Top 10 Class 2 Short Moral Stories in Hindi

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कक्षा 2 के छोटे बच्चों के लिए नैतिक कहानियों (class 2 short moral stories) की दुनिया में आपका स्वागत है। छोटे बच्चों को नैतिकता की शिक्षा देने के लिए कहानियों एक शानदार तरीका होता है। यह न केवल उन्हें मनोरंजन प्रदान करता है, बल्कि उन्हें सही और गलत के बीच की पहचान करने में मदद भी करता है।

इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपके साथ कक्षा (class) 2 के बच्चों के लिए कुछ छोटी नैतिक कहानियाँ शेयर करने जा रहे है, जो न केवल रोचक हैं, बल्कि बहुत कुछ सिखाती भी हैं। इन कहानियों के माध्यम से, हम बच्चों को अच्छे सदाचार, ईमानदारी, सहायता करने की महत्वपूर्णता आदि के आदर्शों को सिखाने का प्रयास करेंगे, जो उन्हें एक बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित करेंगे।

Class 2 Short Moral Stories in Hindi - LoanShiksha

कक्षा 2 के लिए हिंदी में नैतिक कहानियाँ (Moral Stories for Class 2 in Hindi)

नैतिक कहानियां बच्चों को नैतिक मूल्यों और जीवन के सबक सिखाने का एक शानदार तरीका हैं। वे बच्चों को सही और गलत के बीच अंतर करना सिखाते हैं, और उन्हें अच्छे निर्णय लेने में मदद करते हैं। यहां कक्षा 2 के लिए टॉप 10 छोटी नैतिक कहानियां दी गई हैं:

Class 2 Short Moral Stories 1 – दोस्ती की ताकत

एक बार की बात है, दो दोस्त थे, श्याम और रमेश. वे दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे. वे हर समय एक साथ रहते थे. एक दिन, श्याम और रमेश जंगल में घूमने गए. रास्ते में, वे एक तालाब के पास पहुंचे. श्याम ने तालाब में तैरने का फैसला किया, लेकिन रमेश नहीं करना चाहता था. श्याम ने रमेश को बहुत समझाया, लेकिन वह नहीं माना. अंत में, श्याम अकेले ही तालाब में तैरने चला गया.

कुछ देर बाद, श्याम को तालाब में डूबने का डर सताने लगा. उसने रमेश को मदद के लिए चिल्लाया, लेकिन रमेश उसकी आवाज नहीं सुन सका. श्याम डूबने लगा, लेकिन तभी रमेश ने उसे बचा लिया. रमेश ने श्याम को तालाब से बाहर निकाला और उसे बचा लिया.

श्याम बहुत खुश था कि रमेश ने उसकी जान बचाई. वह रमेश को बहुत धन्यवाद दिया. श्याम और रमेश ने इस घटना से सीखा कि दोस्ती बहुत शक्तिशाली है. दोस्तों को हमेशा एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए, चाहे कुछ भी हो जाए.

Class 2 Short Moral Stories 2 – दया का फल

एक बार की बात है, एक जंगल में एक शेर रहता था। वह बहुत शक्तिशाली था और सभी जानवरों से डरता था। एक दिन, एक छोटा बच्चा जंगल में खो गया। वह बहुत रो रहा था और जानवरों से डर रहा था।

शेर ने बच्चे को देखा और उस पर हमला करने वाला था। लेकिन फिर उसे याद आया कि एक बार एक बूढ़े आदमी ने उसकी जान बचाई थी। और उसने फैसला किया कि वह बच्चे की मदद करेगा।

शेर ने बच्चे को अपने घर ले गया और उसे कुछ खाने को दिया। बच्चा बहुत खुश था और शेर से दोस्ती कर ली। वे दोनों बहुत अच्छे दोस्त बन गए।

एक दिन, शिकारी जंगल में आया। उसने शेर को देखा और उसे मारने वाला था। लेकिन बच्चे ने शेर से बचाया। बच्चे ने शिकारी को बताया कि शेर ने उसकी जान बचाई थी। शिकारी बहुत खुश हुआ और उसने शेर को जाने दिया।

शेर और बच्चे दोनों बहुत खुश थे। वे दोनों जानवरों के लिए एक उदाहरण बने कि दया हमेशा फल देती है।

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Class 2 Short Moral Stories in Hindi 3 – मक्खी और मधुमक्खी

एक बार की बात है, एक मक्खी और एक मधुमक्खी थे। वे दोनों एक ही फूल पर बैठे थे। मक्खी बहुत ही आलसी थी। वह पूरे दिन इधर-उधर उड़ती रहती थी और कुछ काम नहीं करती थी।

मधुमक्खी बहुत ही मेहनती थी। वह पूरे दिन फूलों से शहद इकट्ठा करती थी।

एक दिन, मक्खी को बहुत भूख लगी। उसने मधुमक्खी से कुछ शहद मांगा। मधुमक्खी ने मक्खी को मना कर दिया। उसने कहा कि मक्खी को मेहनत करके अपना शहद कमाना चाहिए।

मक्खी बहुत गुस्सा हो गई। उसने मधुमक्खी को कहा कि वह कभी भी मेहनत नहीं करेगी। वह हमेशा दूसरों से कुछ न कुछ मांगती रहेगी।

मधुमक्खी ने मक्खी को समझाया कि मेहनत करना बहुत जरूरी है। अगर हम मेहनत नहीं करते हैं, तो हम कुछ भी हासिल नहीं कर सकते।

मक्खी ने मधुमक्खी की बात मान ली। उसने मेहनत करना शुरू कर दिया। वह पूरे दिन फूलों से शहद इकट्ठा करती थी।

कुछ समय बाद, मक्खी बहुत अमीर हो गई। वह अपने घर में बहुत सारी चीजें खरीदी। लेकिन मक्खी को खुशी नहीं मिली। वह हमेशा मधुमक्खी को देखती थी और उसे याद करती थी कि वह कितना खुश था जब वह मेहनत नहीं करता था।

मक्खी ने मधुमक्खी से माफी मांगी। उसने कहा कि वह अब हमेशा मेहनत करेगी।

मधुमक्खी ने मक्खी को माफ कर दिया। उसने मक्खी को बताया कि मेहनत करना बहुत जरूरी है, लेकिन हमें भी खुश रहना चाहिए।

कहानी का सार: कड़ी मेहनत जरूरी है, लेकिन खुश रहना भी जरूरी है। हमें काम और खेल के बीच संतुलन बनाना चाहिए।

Class 2 Short Moral Stories in Hindi 3 – परिश्रम का फल

एक बार की बात है, एक मेहनती कबूतर था। वह हर दिन कड़ी मेहनत करता था और अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। एक दिन, एक बाघ ने कबूतर को देखा और उसे मारने वाला था।

कबूतर बहुत डर गया था, लेकिन फिर उसे याद आया कि उसने हमेशा कड़ी मेहनत की थी। और उसने फैसला किया कि वह इस बार भी कड़ी मेहनत करेगा।

कबूतर ने बाघ से लड़ाई की और उसे हराया। कबूतर बहुत खुश था कि उसने बाघ को हराया था। वह जानता था कि परिश्रम हमेशा फल देती है।

इन कहानियों से, हम सीखते हैं कि ईमानदारी, दया और परिश्रम हमेशा फल देती हैं। हमें हमेशा ये गुण अपने जीवन में अपनाने चाहिए।

Class 2 Short Moral Stories 4 – छोटी सी चिड़िया और बड़ा सा पेड़

एक बार की बात है, एक छोटी सी चिड़िया थी। वह एक बड़े से पेड़ पर रहती थी। चिड़िया बहुत खुश थी और वह पेड़ से बहुत प्यार करती थी।

एक दिन, एक बड़ा तूफान आया। तूफान बहुत भयंकर था और पेड़ हिल रहा था। चिड़िया बहुत डर गई थी और वह नहीं जानती थी कि क्या करे।

तभी चिड़िया को एक विचार आया। उसने पेड़ की एक डाली को पकड़ लिया और उस पर बैठ गई। चिड़िया ने बहुत जोर से पकड़ लिया और तूफान में डटी रही।

तूफान बहुत देर तक चला, लेकिन चिड़िया नहीं हिली। अंत में, तूफान थम गया और चिड़िया ने राहत की सांस ली। वह बहुत खुश थी कि वह पेड़ से नहीं गिरी थी।

चिड़िया ने पेड़ से बहुत प्यार किया और उसने हमेशा पेड़ की मदद की। जब भी पेड़ को पानी की जरूरत होती थी, चिड़िया पानी लेकर आती थी। जब भी पेड़ को धूप की जरूरत होती थी, चिड़िया पेड़ की डालियों पर बैठती थी।

चिड़िया और पेड़ बहुत अच्छे दोस्त बन गए। वे दोनों एक-दूसरे की मदद करते थे और हमेशा एक-दूसरे के साथ रहते थे।

कहानी का सार: इस कहानी से हम सीखते हैं कि दोस्ती बहुत important है। दोस्तों की मदद से हम मुश्किल समय में भी खड़े रह सकते हैं।

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Class 2 Short Moral Stories in Hindi 5 – बंदर और खरगोश

एक बार की बात है, एक बंदर और एक खरगोश थे। वे दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे। एक दिन, वे एक रेस में भाग लेने का फैसला किया।

बंदर बहुत ही आत्मविश्वासी था। वह सोचता था कि वह खरगोश को आसानी से हरा देगा। खरगोश बहुत ही शांत और मेहनती था। वह जानता था कि बंदर को हराने के लिए उसे कड़ी मेहनत करनी होगी।

रेस शुरू हुई और बंदर बहुत तेजी से भागा। खरगोश धीरे-धीरे चल रहा था। बंदर को लगा कि वह खरगोश को बहुत पीछे छोड़ देगा। तो, वह थोड़ा आराम करने के लिए रुक गया।

खरगोश ने बंदर को आराम करते हुए देखा। वह समझ गया कि यह उसका मौका है। खरगोश ने तेजी से भागना शुरू कर दिया। वह बंदर को बहुत तेजी से पीछे छोड़ रहा था।

बंदर को एहसास हुआ कि वह खरगोश से हार रहा है। वह बहुत डर गया था। वह तेजी से भागने लगा, लेकिन खरगोश बहुत तेज था।

अंत में, खरगोश रेस जीत गया। बंदर बहुत निराश था। लेकिन वह जानता था कि वह खरगोश से हारने के लिए खुद को दोषी नहीं ठहरा सकता। उसने खरगोश को बधाई दी और उसे जीत के लिए बधाई दी।

कहानी का सार: इस कहानी से हम सीखते हैं कि कड़ी मेहनत और धैर्य हमेशा फल देती हैं। हमें हमेशा अपने लक्ष्यों के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए, भले ही वे कितने भी मुश्किल क्यों न हों।

Class 2 Short Moral Stories 6 – बुलबुल और कौवा

एक बार की बात है, एक बुलबुल और एक कौवा थे। वे दोनों एक ही पेड़ पर रहते थे। बुलबुल बहुत ही सुंदर और मीठे स्वर में गाती थी। कौवा बहुत ही काला और भद्दा था और वह बुलबुल के गाने से जलता था।

एक दिन, कौवा ने बुलबुल से कहा कि वह भी उसके जैसा ही गाना गा सकता है। बुलबुल ने कौवे को हंसते हुए कहा कि वह ऐसा कभी नहीं कर सकता। लेकिन कौवा बहुत जिद्दी था। उसने कहा कि वह कुछ भी कर सकता है।

कौवा ने बुलबुल को दिखाने के लिए एक गीत गाने की कोशिश की। लेकिन उसका गीत बहुत भद्दा था। बुलबुल बहुत हँसी। उसने कौवे से कहा कि वह कभी भी उसके जैसा नहीं गा सकता।

कौवा बहुत गुस्सा हो गया। उसने बुलबुल से कहा कि वह उसे सबक सिखाएगा। कौवे ने बुलबुल को पत्थर से मारा। बुलबुल बहुत रोई और चीख़ी।

तभी एक बाज आया। उसने कौवे को देखा और उसे बुलबुल को छोड़ने के लिए कहा। कौवे ने बाज से कहा कि वह बुलबुल को नहीं छोड़ेगा। बाज ने कौवे को एक पत्थर से मारा और उसे दूर उड़ा दिया।

बुलबुल बहुत खुश थी। उसने बाज को धन्यवाद दिया। बाज ने बुलबुल को कहा कि वह हमेशा दूसरों की मदद करे।

कहानी का सार: दूसरों के प्रति दयालु रहें, भले ही वे आपसे अलग हों। आप कभी नहीं जानते कि आपको कब उनकी सहायता की आवश्यकता पड़ सकती है।

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Class 2 Short Moral Stories 7 – छोटे सपनों का महत्व

एक छोटे से गांव में रहने वाले एक छोटे से लड़के का नाम आर्यन था। वह बड़े ख्वाब देखने वाला था और हमेशा नए और अच्छे सपने देखता रहता था।

आर्यन का सबसे बड़ा सपना था कि वह एक दिन अपने गांव के बड़े स्कूल में पढ़ाई करेगा और एक प्रमुख बनेगा। वह यह बात अपने मित्रों से साझा करता और हमेशा उनसे यह सवाल करता, “तुम्हारे सपने क्या हैं?”

आर्यन के छोटे सपने को सुनकर उसके मित्र थोड़े हंसते थे, लेकिन वह उनकी मजाकियाँ भी सुनता रहता था। उसके लिए छोटे सपनों की महत्वपूर्णता सिर्फ उसके दिल में ही थी, वह उन्हें अपनी ताकत और आत्मविश्वास का स्रोत मानता था।

आर्यन ने अपने छोटे सपनों के पीछे पूरी दिल से काम किया। वह रोज़ अपनी पढ़ाई में दिल लगाता और अपनी योग्यता में सुधार करता गया। उसकी मेहनत, संघर्ष और निष्ठा ने उसे उसके सपने की दिशा में आगे बढ़ने में मदद की।

आर्यन ने बड़े ही संघर्षपूर्ण दौर से गुज़रने के बाद अपनी मेहनत और उम्मीदों का परिणाम देखा। उसने अपने सपने की पूरी की और अपने गांव के स्कूल में एक प्रमुख के रूप में काम किया। उसकी कड़ी मेहनत और संघर्ष ने उसे उन सपनों की दुनिया में पहुँचाया, जिन्हें उसने कभी छोड़ने का विचार तक नहीं किया था।

कहानी का सार: आर्यन की कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि छोटे सपनों का महत्व बहुत अधिक होता है। हमें अपने ख्वाबों की ओर कदम बढ़ाने का साहस रखना चाहिए, चाहे वो सपने छोटे क्यों न हों। हमारे सपने हमारी मेहनत, उम्मीद और संघर्ष का परिणाम होते हैं, और ये हमें अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।

Class 2 Short Moral Stories 9 – सच्चाई की ताकत

एक बार की बात है, एक राजा था। वह बहुत शक्तिशाली था, लेकिन वह हमेशा क्रूर और अत्याचारी था। उसके राज्य के लोग उससे बहुत डरते थे।

एक दिन, एक आदमी राजा के दरबार में आया। उसने राजा से कहा कि वह बहुत दुखी है। उसने बताया कि राजा के अत्याचारों के कारण उसके परिवार को बहुत नुकसान हुआ है।

राजा बहुत गुस्सा हुआ। उसने आदमी को जेल में डाल दिया। आदमी बहुत डर गया। लेकिन फिर उसे याद आया कि वह हमेशा सच बोलता है और उसने फैसला किया कि वह इस बार भी सच बोलेगा।

अगले दिन, आदमी को राजा के सामने लाया गया। राजा ने उससे पूछा कि उसने झूठ क्यों बोला। आदमी ने कहा कि वह कभी भी झूठ नहीं बोलता। उसने बताया कि वह राजा के अत्याचारों के बारे में सच बोलना चाहता था।

राजा बहुत गुस्सा हुआ। उसने आदमी को मौत की सजा सुनाई। आदमी बहुत डर गया। लेकिन फिर उसे याद आया कि सच्चाई हमेशा जीतती है और उसने फैसला किया कि वह मरते दम तक सच्चाई का साथ देगा।

आदमी को फांसी दी गई। लेकिन उसके मरने के बाद, राजा के राज्य में एक क्रांति हुई। लोग राजा से बहुत नाराज थे और उन्होंने उसे सत्ता से हटा दिया।

नया राजा बहुत अच्छा था। उसने लोगों के साथ अच्छा व्यवहार किया और राज्य में शांति और समृद्धि आई।

कहानी का सार: अंत में हमेशा सत्य की जीत होती है। कोई कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, सत्य को पराजित नहीं कर सकता। साहसी बनो और सच बोलो, चाहे परिणाम कुछ भी हो।

Class 2 Short Moral Stories in Hindi 10 – संघर्षों से सीखना

एक बार की बात है, एक लड़की थी जिसका नाम सीमा था. वह बहुत ही बुद्धिमान और मेहनती लड़की थी, लेकिन वह बहुत ही शर्मीली भी थी. वह स्कूल में अपने दोस्तों के साथ बात नहीं करती थी और वह अकेले खाना खाती थी. एक दिन, सीमा के स्कूल में एक नई लड़की आई. नई लड़की का नाम रेखा था. वह बहुत ही मिलनसार और हंसमुख लड़की थी. वह सीमा के साथ बात करने लगी और उसने सीमा को अपने दोस्तों के साथ मिलवाया. सीमा को रेखा के साथ दोस्ती करने में बहुत मजा आया. वह अब अकेली नहीं थी और वह अपने दोस्तों के साथ बात करने लगी थी.

एक दिन, सीमा और रेखा स्कूल से घर जा रहे थे. रास्ते में, कुछ लड़के मिले जो सीमा और रेखा को चिढ़ाने लगे. उन्होंने सीमा के कपड़े खींचे और उसे बुरा भला कहा। सीमा बहुत डर गई थी, लेकिन रेखा ने उसे हिम्मत दी. रेखा ने लड़कों को चिढ़ाना बंद करने के लिए कहा, लेकिन लड़के नहीं माने. उन्होंने सीमा और रेखा पर हमला कर दिया. रेखा ने सीमा को बचाने के लिए अपने आप को लड़कों के सामने खड़ा कर लिया. लड़कों ने रेखा को पीटा, लेकिन रेखा ने हार नहीं मानी. उसने लड़कों को सीमा को अकेला छोड़ने के लिए कहा. लड़के आखिरकार थक गए और चले गए.

सीमा बहुत घायल थी, लेकिन वह रेखा के लिए बहुत आभारी थी. उसने रेखा से कहा कि वह बहुत बहादुर है. रेखा ने सीमा को कहा कि वह उसे कुछ नहीं होने देगी। सीमा और रेखा अब बहुत अच्छे दोस्त बन गए. उन्होंने एक-दूसरे के साथ हर कदम पर साथ दिया. उन्होंने एक-दूसरे को पढ़ाई में मदद की और उन्होंने एक-दूसरे को मुश्किल समय में हिम्मत दी.

कहानी का सार: सीमा और रेखा की कहानी हमें सिखाती है कि संघर्षों से हमें सीखने और बढ़ने का मौका मिलता है. जब हम संघर्षों का सामना करते हैं, तो हम मजबूत और दृढ़ बनते हैं. हम सीखते हैं कि कैसे अपने डर को दूर करें और कैसे अपने लिए खड़े हों. हम सीखते हैं कि कैसे दूसरों की मदद करें और कैसे दूसरों के साथ मिलजुल कर रहें.

तो जब भी आप किसी संघर्ष का सामना करें, तो हिम्मत मत हारिए. याद रखिए कि संघर्षों से आप ही सीखेंगे और बढ़ेंगे.

कक्षा 2 के लिए नैतिक कहानियाँ: निष्कर्ष

इस ब्लॉग पोस्ट में, हमने कक्षा 2 के छात्रों के लिए हिंदी में कुछ छोटी नैतिक कहानियाँ (Class 2 Short Moral Stories) शेयर की हैं। ये कहानियाँ विभिन्न महत्वपूर्ण मूल्यों के बारे में हैं जो कम उम्र के बच्चों को सीखना चाहिए, जैसे की ईमानदारी, दयालुता, साहस और दृढ़ता। हमें उम्मीद है कि ये कहानियाँ बच्चों को इन मूल्यों के महत्व को समझने और उन्हें अपने जीवन में लागू करने में मदद करेंगी।

हम उन सभी माता-पिता और शिक्षकों को धन्यवाद देना चाहते हैं जिन्होंने कक्षा 2 के छात्रों के लिए हिंदी में अधिक नैतिक कहानियाँ (Class 2 Short Moral Stories In Hindi) माँगने के लिए हमसे संपर्क किया है। हमें मदद करने में हमेशा ख़ुशी होती है, और हम भविष्य में और कहानियाँ शेयर करना जारी रखेंगे।

इस ब्लॉग पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका शुक्रिया।

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